-
मुन्तज़िर फ़िरोज़ाबादी: मैं कवि हूँ
कवि हूँ, कवि हूँ, मैं कवि हूँ | जो स्वर करुण रुदन में , बेबस होकर चीख रहे थे | जो हँसते-हँसते चेहरों में भी, रोते - रोते दीख...
-
मुन्तज़िर फ़िरोज़ाबादी: संपर्क
▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬ जन्म - 22 जनवरी 1990 को फिरोजाबाद , उत्तर प्रदेश में | शिक्षा - प्रारंभिक शिक्षा फिरोजाबाद में...
-
मुन्तज़िर फ़िरोज़ाबादी: पुष्प नहीं खिलते हैं, बंद कमरों में...
कल मैं अखबार के, कोई चौथे पन्ने एक लेख पढ़ रहा था, कुछ शेष था, कि एक गहरे मंथन में ढूब गया था | दिल्ली में हर रोज, कुछ कलियाँ , कुछ आवारा ...
-
मुन्तज़िर फ़िरोज़ाबादी: April 2012
कविता जो भ्रष्टाचार , विभाजन, आरक्षण, गरीबी, गन्दी राजनीति, गुलामी के आसार, सीमा- युद्ध, अभिवावकों का अनादर, बेरोजगारी जैसे देश में व्याप्त तमाम आयामों को जोड़कर मैंने २ वर्ष पूर्व लिखी ..
दिल की संवे...
-
मुन्तज़िर फ़िरोज़ाबादी: December 2011
Firozabad, UTTAR PRADESH, India
जन्म - 22 जनवरी 1989 को फिरोजाबाद, उत्तर प्रदेश में |
शिक्षा - प्रारंभिक शिक्षा फिरोजाबाद में ही, तत्पश्चात आगरा | फिर मेरठ से इंजीनियरिंग की पढाई के बाद जालंधर, पंजाब...
-
मुन्तज़िर फ़िरोज़ाबादी: 2011
और लब्ज़ करेंगे ऐसा जादू, काम मेरा हो जायेगा |
बेमतलब तो नहीं लिखता मैं आज भी ज़माने में,
कोई पढ़ेगा, कोई सुनेगा, कोई तो अपनाएगा |
सोच लोगे, देख लोगे, मान लो हथिया भी लिया,
जो जन्नत में भी रूठ गए, तो ...